चुनाव आयोग की बज गयी डुगडुगी, सात चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, 4 जून को आएंगे परिणाम, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे. 4 जून को मतगणना का कार्य होगा. पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा. दूसरे चरण में 26 अप्रैल और तीसरा चरण 7 मई को चुनाव होगा.
साथ ही देश के 26 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होंगे. सभी 26 क्षेत्रों में लोकसभा चुनावों के साथ ही उप चुनाव होंगे. ये क्षेत्र देश के अलग अलग राज्यों में होंगे. वहीं सिक्किम, ओड़िशा, आंध्र प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होंगे. 4 राज्यों में उन राज्यों में होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव का आयोजन होगा. इस बार के चुनाव में करीब 97 करोड़ वोटरों द्वारा देश के 543 सांसदों का निर्वाचन किया जाएगा. साथ ही लोकसभा चुनाव के अतिरिक्त कई राज्यों में विधानसभा चुनावों की भी घोषणा की गई. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि “हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है. आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में भी विधानसभाओं का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.” जम्मू और कश्मीर में भी चुनाव होना है.
उन्होंने कहा कि कहा कि भौगोलिक, सांस्कृतिक रूप से विविध इस देश के सबसे बड़े चुनाव के लिए हमने दो वर्ष तक तैयारी की है. हमारे पास 97 करोड़ मतदाता हैं. यह संख्या अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया के कुल मतदाताओं से कहीं ज्यादा है. हमारे पास 10.5 लाख मतदान केंद्र हैं, जिनकी जिम्मेदारी डेढ़ करोड़ लोगों के पास होती है. 55 लाख ईवीएम हैं। चुनाव आयोग अब तक 17 आम चुनाव और 400 से ज्यादा विधानसभा चुनाव करा चुका है. पिछले 11 चुनाव शांतिपूर्ण रहे हैं. अदालती मुकदमे कम हुए हैं. इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे. 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे. 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है.
उन्होंने कहा, देश में पुरुष मतदाताओं की संख्या 49.7 करोड़ है, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 46.5 करोड़ था. दूसरी ओर महिला मतदाता 47.1 करोड़ हैं जो पिछले चुनाव में 43.1 करोड़ थी. चुनाव आयोग ने बताया है कि मतदाता सूची में लिंगानुपात सकारात्मक रूप से बढ़ा है. यह देश के लोकतांत्रिक ढांचे को आकार देने में महिलाओं की बढ़ती भूमिका का संकेत भी देता है. मतदाता सूची में 2.63 करोड़ से अधिक नए मतदाताओं को शामिल किया गया है. इनमें से लगभग 1.41 करोड़ महिला मतदाता जबकि 1.22 करोड़ पुरुष मतदाता हैं. इस तरह से नए महिला मतदाताओं की संख्या नए पुरुष मतदाताओं के मुकाबले 15% अधिक है.
चीफ इलेक्शन ऑफिसर राजीव कुमार ने कहा, लोकसभा चुनाव के लिए इस बार 10.5 लाख मतदान केंद्र, 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी, 55 लाख ईवीएम, 4 लाख वाहन हैं. शांतिपूर्ण और सुरक्षित चुनाव सम्पन्न कराने के लिए हर प्रकार की व्यवस्था की गई है. हिंसा मुक्त चुनाव के लिए पैर मिलिट्री फोर्स की तैनाती की जाएगी. साथ ही जिलों में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तमाम तरह की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे.