आदिवासी हो समाज आदित्यपुर ए रोड में मनाया मांगे पर्व हजारों लोग झुमते हुए

मागे पर्व क्यों मनाया जाता है? आदिवासी #हो समुदाय के नव वर्ष का पहला और सबसे बड़ा त्योहार है- मागे परब। यह फसल के कटने व खेत खलिहान के कार्य खत्म होने के बाद माघ महीने के पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस पर्व के मनाने के पीछे अनेक कहानियां प्रचलित हैं। मागे पर्व, मानव के उत्पत्ति यानी सृष्टि की रचना का पर्व है। यह त्योहार फसलों के कटने तथा खेत खलिहान के कार्यों को समाप्त करने के पश्चात मनाया जाता है। हो समुदाय के मान्यता अनुसार जब ईश्वर ने सृष्टि की रचना की तब अन्य जीव जंतुओं के साथ ही प्रथम मानव लुकू और लुकुमी की भी उत्पत्ति की, हम सब उन्हीं की संतान हैं

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Author: Janta News 24

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